Sanjay Pareek Bhajan – Tere Naam Se Hi To Meri Pehchan Hai
तेरा नाम गाऊ तो ये एहसास होता है,
तू साथ चल रहा विश्वाश होता है,
रहे हो धुंदली नजर कुछ न आये,
एक तेरा नाम सारे अँधेरे मिटाये,
मेरी पहचान सँवारे तेरे नाम से,
जीता हर इक दाव रे तेरे नाम से,
मीरा और नरसी ने भी यही नाम गया है,
इसी ढाई अक्षर ने हर काम बनाया है,
विष को बनाया अमृत का प्याला,
लाज पर बनी तो श्याम ने सम्बला
मेरी पहचान सँवारे तेरे नाम से,
जीता हर इक दाव रे तेरे नाम से,
पूछे मुझे चाहतो ने दर से क्या कमाया है,
गर्व से कहता हु तेरे नाम को पाया है,
शाम प्रेमी कहलाओ काम है क्या शोरत,
कितन कुछ मिला इस नाम की बदौलत,
मेरी पहचान सँवारे तेरे नाम से,
जीता हर इक दाव रे तेरे नाम से,
इतना सा तजुर्बा ये श्याम हमारा है,
तुम से बड़ा प्रभु नाम तुम्हरा है,
सोनू के जीवन का ऐसा अंजाम हो जिस पल रुके ये सांसे लब पे तेरा नाम हो,
मेरी पहचान सँवारे तेरे नाम से,
जीता हर इक दाव रे तेरे नाम से,