Jai Ganesh Gannath Daya Nidhi
जय गणेश गणनाथ दयानिधि
राग: जंगला / पीलू ताल
जय गणेश गणनाथ दयानिधि ।
सकल विघन कर दूर हमारे ।। टेक ।। जय०
प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो
तिसके पूरण कारज सारे ।। १।। जय०
लंबोदर गजवदन मनोहर
कर त्रिशूल परशू वर धारे ।।२।। जय०
ऋद्धि सिद्धि दोऊ चमर ढुलावे
मूषक वाहन परम सुखारे ।।३।। जय०
बह्मादिक सुर ध्यावत मन में
ऋषि मुनिगण सब दास तुम्हारे ।।४।। जय०
ब्रह्मानंद सहाय करो नित
भक्तजनो के तुम रखवारे।।५।। जय०