पहले आदि गणेश मनाया करो, फिर भोले जी के दर्शन पाया करो

पहले आदि गणेश मनाया करो,
फिर भोले जी के दर्शन पाया करो ।

भोले तेरी निराली माया,
कही धूप ते कही छाया है । 
कहीं जंगल में मंगल छाया है,
पहले आदि गणेश मनाया करो…

भले अंग भभूत रमाई होई है,
गले सर्पो की माला पायी होई है ।
उमा पार्वती संग आई होई है
पहले आदि गणेश मनाया करो…

भोले जाटों में बह रही है गंगा धारा
जिथे बनया है सोहना मूर्ति द्वारा
उत्थे नहांदी है लोकी जग सारा

See also  मैं हूँ ना तू काहे डरे Lyrics | Bhajans | Bhakti Songs

Browse Temples in India