आज रौनकां ने वेहड़े तेरे करके तेरी चरणी पाई फिरे दुःख कट गये मेरे
आज रौनकां ने वेहड़े तेरे करके
तेरी चरणी पाई फिरे दुःख कट गये मेरे
बाबा तेरे करके,आज रोनका ने वेहड़े
जोड़िया जड़ो तो तेरी तार नाल तारा ने
मेरे वेहड़े विच शाहिया बाबा आज गुल्जरा ने
किती निगाह तू सवली मेनू दिती ऐह तसली
मेरे दुःख हरके,आज रोनका ने वेहड़े
रखी सदा मान बाबा दुखिया गरीबा दा
मेरे वांगु खोली तल्ला सब दे नसीबा दा
तेरा असरा टिकाया किथो लख तू बनाया
हाथ सिर धरके,आज रोनका ने वेहड़े
नदी दे किनारे खड़ी मैं ता सुखा रुख सि
मेहर तुसी किती मेरे घरे दूध पुत्त दी
तेरा नाम धियावा तेरी जोत मैं जगावा
नित उठ तडके,आज रोनका ने वेहड़े