Contents
- 1 वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Lyrics
- 2 वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Lyrics in Hindi
- 3 Download PDF (वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Bhajans Bhakti Songs)
- 4 वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Lyrics Transliteration (English)
- 5 वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे Video
वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Lyrics
vrindavan kaisi nagariya re vrindavan prem nagariya re
वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Lyrics in Hindi
वृन्दावन कैसी नगरिया रे
वृन्दावन प्रेम नगरिया रे,
सब भगतो की सूद लेता
है श्याम सांवरिया रे,
सूद लेता मेरा सवारिय रे
वृन्दावन प्रेम नगरिया रे,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे ….
वृन्दावन जो भी आता है
अपना भाग्य जगाता है,
श्याम के दर्शन करके वो
तो जीवन सफल बनता है,
होती उसपे नजरिया रे
सूद लेता मेरा सांवरिया,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे …………..
उसका दिल दीवाना हो जाता
ब्रिज गलियों में जो जाता है,
नाम की मस्ती चढ़ जाती है
वो मस्ताना हो जाता है,
खुली मन की कावड़िया रे
सूद लेता मेरा सांवरिया रे,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे …………….
दिल की बजी लगा बेठी है
सुनीला दर पे आ बेठी है,
भूल के झूठी इस दुनिया को
श्याम को मन में वासा बेठी है,
तेरे दर पे उमरिया रे सूद
लेता मेरा सांवरिया रे,
सब भगतो की सूद लेता
है श्याम सांवरिया रे,
Download PDF (वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Bhajans Bhakti Songs)
वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Bhajans Bhakti Songs
वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, Lyrics Transliteration (English)
vrndaavan kaisee nagariya re
vrndaavan prem nagariya re,
sab bhagato kee sood leta
hai shyaam saanvariya re,
sood leta mera savaariy re
vrndaavan prem nagariya re,
vrndaavan kaisee nagariya re ….
vrndaavan jo bhee aata hai
apana bhaagy jagaata hai,
shyaam ke darshan karake vo
to jeevan saphal banata hai,
hotee usape najariya re
sood leta mera saanvariya,
vrndaavan kaisee nagariya re ….
usaka dil deevaana ho jaata
brij galiyon mein jo jaata hai,
naam kee mastee chadh
jaatee hai vo mastaana
ho jaata hai, khulee man
kee kaavadiya re sood
leta mera saanvariya re,
vrndaavan kaisee nagariya re ….
dil kee bajee laga bethee hai
suneela dar pe aa bethee hai,
bhool ke jhoothee is duniya ko
shyaam ko man mein vaasa
bethee hai, tere dar pe umariya
re sood leta mera saanvariya re,
sab bhagato kee sood leta
hai shyaam saanvariya re,