जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Lyrics

Hey Rom Rom Mein Basane Wale Ram – Ram Bhajan

जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Lyrics in Hindi

जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी
मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ
तुझ पर सबकुच्छ छ्चोड़ चुकी हूँ
नाथ मेरे मैं क्यो कुच्छ सोचु
तू जाने तेरा कम तेरे चरण की धूल जो पाए
वो कंकर हीरा हो जाए
भाग मेरे जो मैने पाया
इन चरणों में धामभेद तेरा कोई क्या पहचाने
जो तुझ सा हो, वो तुझे जाने
तेरे किए को हम क्या देवे
भले बुरे का नाम
जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी हे रोम रोम में बसने वेल राम
जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी
मैं तुझसे क्या मंगु

Download PDF (जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Bhajans Bhakti Songs)

जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Bhajans Bhakti Songs

Download PDF: जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Lyrics Bhajans Bhakti Songs

See also  सरस किशोरी व्यास की शोरी, रती रस भोरी,कीजिये किरपा की कोर,श्री राधे Lyrics | Bhajans | Bhakti Songs

जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Lyrics Transliteration (English)

jaagata ke svaamee, he antaryaamee
main tujhase kya manguaas ka bandhan tod chukee hoon
tujh par sabakuchchh chhchod chukee hoon
naath mere main kyo kuchchh sochu
too jaane tera kam tere charan kee dhool jo pae
vo kankar heera ho jae
bhaag mere jo maine paaya
in charanon mein dhaamabhed tera koee kya pahachaane
jo tujh sa ho, vo tujhe jaane
tere kie ko ham kya deve
bhale bure ka naam
jaagata ke svaamee, he antaryaamee he rom rom mein basane vel raam
jaagata ke svaamee, he antaryaamee
main tujhase kya mangu

जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Video

जागता के स्वामी, हे अंतर्यामी मैं तुझसे क्या मंगुआस का बंधन तोड़ चुकी हूँ Video

Browse Temples in India