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Jai Mata Di – Durga Hain Meri Maa – Kranti (1981) – Bhajan

Jai Mata Di – Durga Hain Meri Maa – Kranti (1981) – Bhajan दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ जय बोलो जय माता दी जय हो जो भी दर पे आए जय हो वो खाली न जाए जय हो सबके काम है करती जय हो […]

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Awesome Classic Durga Maa Bhajan ( Jai Santoshi Maa )

Awesome Classic Durga Maa Bhajan ( Jai Santoshi Maa ) जय संतोषी माता, जय संतोषी माता। अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता॥ सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों। हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो॥ गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे। मंद हंसत करुणामयी, त्रिभुवन मन मोहे॥ स्वर्ण सिंहासन बैठी, चंवर दुरे प्यारे। धुप, […]

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Dhol Baje Maa Full Song – Jidhar Dekho Jagrate By Lakhbir Singh Lakha & Panna Gill

Dhol Baje Maa Full Song – Jidhar Dekho Jagrate By Lakhbir Singh Lakha & Panna Gill ढोल बजे माँ ढोल बजे माँ बाजे झांझ नगाड़े माँ के द्वारे ढोल बजे माँ बाजे झांझ नगाड़े माँ के द्वारे धूम मची भक्तो की जिधर देखो जगराते आये माँ के जगराते जिधर देखो जगराते आये माँ के जगराते […]

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Dawara khol kai rakhna maa.(best durga bhajan)

Dawara khol kai rakhna maa.(best durga bhajan) द्वारा खोल के रखना माँ, के अज्ज तेरे बचड़े ने आना है सब को बोल के रखना माँ, के अज्ज तेरे बचड़े ने आना है दूरों दूरों तेरे बचड़े आये, तेरे लिए माँ हार लाए द्वारा खोल के रखना माँ, तुझको हार पहनाना है दूरों दूरों तेरे बछड़े […]

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Durga Gayatri Mantra (27 times)

Durga Gayatri Mantra (27 times) ओम् कात्यान्ये च विद्मिहे कन्याकुमार्ये धीमहि | तन्नो: देवी  प्रचोदयात ||1|| ओम् गिरिजायये  विद्मिहे शिवप्रियाये धीमहि | तन्नो: दुर्गा  प्रचोदयात ||2||  

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Jai Mata Di – Shri Nav Durga Raksha Mantra

Jai Mata Di – Shri Nav Durga Raksha Mantra ॐ शैलपुत्री मैया रक्षा करो ॐ जगजननि देवी रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः ॐ ब्रह्मचारिणी मैया रक्षा करो ॐ भवतारिणी देवी रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः ॐ चंद्रघणटा चंडी रक्षा करो ॐ भयहारिणी मैया रक्षा करो ॐ नव […]

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Durga maa Aarti

Durga maa Aarti जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी | तुमको निसदिन ध्यावत हरि ब्रम्हा शिवरी॥ मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमदको। उज्जवल से दोऊ नैना चन्द्रवदन नीको॥२॥ कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजे। रक्त पुष्प गल माला कण्ठन पर साजे॥३॥ केहरि वाहन राजत खड्ग खप्पर धारी| सुर नर मुनि जन सेवत तिनके दुःख हारी॥४॥ कानन […]