Hindi translation of Hanuman Chalisa श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मनु मुकुर सुधारि।बरनऊँ रघुबर बिमल जसु,जो दायकु फल चारि॥बुद्धिहीन तनु जानिके,सुमिरौ पवन कुमार।बल बुधि विद्या देहु मोहि,हरहु कलेस विकार॥ सद्गुरु के चरण कमलों की धूल से अपने मन रूपी दर्पण को स्वच्छ कर, श्रीराम के दोषरहित यश का वर्णन करता हूँ जो धर्म, अर्थ, काम […]
chalisa
Chalisa is derived from the Hindi word, chalis (sometimes spelled calis), which means “forty.”. Chalisa is poetry written in 40 lines.
Shri Harsu Brahm Chalisa
बाबा हरसू ब्रह्म के चरणों का करि ध्यान। चालीसा प्रस्तुत करूं पावन यश गुण गान॥ हरसू ब्रह्म रूप अवतारी। जेहि पूजत नित नर अरु नारी॥१॥ शिव अनवद्य अनामय रूपा। जन मंगल हित शिला स्वरूपा॥ २॥ विश्व कष्ट तम नाशक जोई। ब्रह्म धाम मंह राजत सोई ॥३॥ निर्गुण निराकार जग व्यापी। प्रकट […]
Shri Ganga Chalisa
दोहा जय जय जय जग पावनी जयति देवसरि गंग। जय शिव जटा निवासिनी अनुपम तुंग तरंग॥ चौपाई जय जग जननि अघ खानी, आनन्द करनि गंग महरानी। जय भागीरथि सुरसरि माता, कलिमल मूल दलनि विखयाता। जय जय जय हनु सुता अघ अननी, भीषम की माता जग जननी। धवल कमल दल मम तनु साजे, लखि शत शरद […]
Shri Vishnu Chalisa
दोहा विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय॥ चौपाई नमो विष्णु भगवान खरारी, कष्ट नशावन अखिल बिहारी। प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी, त्रिभुवन फैल रही उजियारी॥ सुन्दर रूप मनोहर सूरत, सरल स्वभाव मोहनी मूरत। तन पर पीताम्बर अति सोहत, बैजन्ती माला मन मोहत॥ शंख चक्र कर गदा बिराजे, देखत […]
Shri Navagraha Chalisa
श्री नवग्रह चालीसा श्री गणपति गुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय।। जय जय रवि शशि सोम बुध जय गुरु भृगु शनि राज। जयति राहु अरु केतु ग्रह करहुं अनुग्रह आज।। चौपाई श्री सूर्य स्तुति प्रथमहि रवि कहं नावौं माथा, करहुं कृपा जनि जानि अनाथा। हे आदित्य दिवाकर भानू, मैं मति […]
Shri Ravi Das Chalisa
दोहा बन्दौ वीणा पाणि को, देहु आय मोहिं ज्ञान। पाय बुद्धि रविदास को, करौं चरित्र बखान। मातु की महिमा अमित है, लिखि न सकत है दास। ताते आयों शरण में, पुरवहुं जन की आस। चौपाई जै होवै रविदास तुम्हारी, कृपा करहु हरिजन हितकारी। राहू भक्त तुम्हारे ताता, कर्मा नाम तुम्हारी माता। काशी ढिंग माडुर स्थाना, […]
Shri Surya Chalisa
दोहा कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अंग। पद्मासन स्थित ध्याइये, शंख चक्र के संग।। चौपाई जय सविता जय जयति दिवाकर, सहस्रांशु सप्ताश्व तिमिरहर। भानु, पतंग, मरीची, भास्कर, सविता, हंस, सुनूर, विभाकर। विवस्वान, आदित्य, विकर्तन, मार्तण्ड, हरिरूप, विरोचन। अम्बरमणि, खग, रवि कहलाते, वेद हिरण्यगर्भ कह गाते। सहस्रांशु, प्रद्योतन, कहि कहि, मुनिगन होत प्रसन्न मोदलहि। अरुण […]
Shri Sai Chalisa (Sai Baba Chalisa)
पहले साईं के चरणों में, अपना शीश नवाऊँ मैं। कैसे शिर्डी साईं आए सारा हाल सुनाऊँ मैं। कौन हैं माता, पिता कौन हैं, यह न किसी ने भी जाना। कहाँ जनम साईं ने धारा, प्रश्न पहेली सा रहा बना। कोई कहे अयोध्या के, ये रामचन्द्र भगवान हैं। कोई कहता साईं बाबा, पवन-पुत्र हनुमान हैं। कोई […]
Shri Pitar Chalisa (Pittar Chalisa)
दोहा हे पितरेश्वर आपको दे दियो आशीर्वाद, चरणाशीश नवा दियो रखदो सिर पर हाथ। सबसे पहले गणपत पाछे घर का देव मनावा जी। हे पितरेश्वर दया राखियो, करियो मन की चाया जी।। चौपाई पितरेश्वर करो मार्ग उजागर, चरण रज की मुक्ति सागर। परम उपकार पित्तरेश्वर कीन्हा, मनुष्य योणि में जन्म दीन्हा। मातृ-पितृ देव मन जो […]
Shri Giriraj Chalisa ||
दोहा बन्दहुँ वीणा वादिनी, धरि गणपति को ध्यान। महाशक्ति राधा, सहित कृष्ण करौ कल्याण। सुमिरन करि सब देवगण, गुरु पितु बारम्बार। बरनौ श्रीगिरिराज यश, निज मति के अनुसार। चौपाई जय हो जय बंदित गिरिराजा, ब्रज मण्डल के श्री महाराजा। विष्णु रूप तुम हो अवतारी, सुन्दरता पै जग बलिहारी। स्वर्ण शिखर अति शोभा पावें, सुर मुनि […]