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हारे को जिताया गिरते को उठाया भजन लिरिक्स
Haare Ko Jitaya Girte Ko Uthaya
हारे को जिताया गिरते को उठाया भजन लिरिक्स (हिन्दी)
तर्ज रातों को जगाया।
हारे को जिताया,
गिरते को उठाया,
मेरी लाज बचाता है,
मेरा बाबा खाटू वाला है,
भक्तों का रखवाला है।।
तेरे दर पे देखा ये नजारा,
हँसता रोता कहता तू हमारा,
एक बार जिसने तुझको निहारा,
अपने आप ही आया वो दोबारा,
ऐसा रिश्ता बनाया,
जो किसी ने ना निभाया,
करके तूने दिखाया है,
मेरा बाबा खाटू वाला है,
भक्तों का रखवाला है।।
धीरे धीरे नाव चल रही है,
आंधी और तूफां से वो भिड़ी है,
ये तो बस तेरी ही कृपा है,
मेरी जो हर बात बन रही है,
माझी बनके आया,
मेरी नाव चलाया,
साहिल भी दिलाया है,
मेरा बाबा खाटू वाला है,
भक्तों का रखवाला है।।
हारे को जिताया,
गिरते को उठाया,
मेरी लाज बचाता है,
मेरा बाबा खाटू वाला है,
भक्तों का रखवाला है।।
Singer & Lyrics Sahil Sharma
हारे को जिताया गिरते को उठाया भजन Video
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