Hum Jindagi Lutane Bhajan By Shri Vinod Ji Agarwal – Canada
हम जिंदगी लुटाने आये है तेरे दर पे,
अपना तुम्हे बनाने आये है तेरे दर पे,
सब कुछ लुटा चुके है इक जिंदगी है बाकी,
वो भी तुम्हे लुटादू एसी पिलादे साथी,
दिल की लगी सुनाने आये है तेरे दर पे
तुम मुझसे क्यों खफा है ये तो जरा बता दो,
परदा जरा उठा दो जलवा जरा दिखा दो,
विनती तुम्हे सुनाने आये है तेरे दर पे,
जब तक ये जिंदगी है तुमको करे गे सेरा,
गलियों में तेरी प्यारे डाले रहे गे डेरा,
अब तेरी ही किरपा से आये है तेरे दर पे