नमस्ते नाथ अविनाशी तुम्हे मस्तक नवाते है Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs
नमस्ते नाथ अविनाशी तुम्हे मस्तक नवाते है Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

नमस्ते नाथ अविनाशी तुम्हे मस्तक नवाते है लिरिक्स

Namaste Nath Avinashi

नमस्ते नाथ अविनाशी तुम्हे मस्तक नवाते है लिरिक्स (हिन्दी)

तर्ज: लगन तुमसे।

नमस्ते नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है,
तुम्हारे ध्यान चिंतन में,
सभी आनंद पाते है,
नमस्तें नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है।।

तुम्ही सर्वेश स्वामी हो,
तुम्ही भू हो भुवस्व: हो,
हृदय के तार हिलते है,
तभी हम गीत गाते है,
नमस्तें नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है।।

तुम्ही जल में तुम्ही थल में,
नभोमंडल में व्यापक हो,
तुम्हारे विरुद वर्णन में,
ये पक्षी चह चहाते है,
नमस्तें नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है।।

मिलेगी आज अनुभूति,
हृदय में देव दर्शन की,
अतः हम भक्ति पुष्पों से,
हृदय मंदिर सजाते है,
नमस्तें नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है।।

नमस्ते नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है,
तुम्हारे ध्यान चिंतन में,
सभी आनंद पाते है,
नमस्तें नाथ अविनाशी,
तुम्हे मस्तक नवाते है।।

नमस्ते नाथ अविनाशी तुम्हे मस्तक नवाते है Video

नमस्ते नाथ अविनाशी तुम्हे मस्तक नवाते है Video

गायक धीरज कांत जी।
प्रेषक अंकित पाटीदार।
9302459834

Browse all bhajans by Dhiraj Kant
See also  लागे नजर ना आज Lyrics | Bhajans | Bhakti Songs

Browse Temples in India

Recent Posts