Shrinathji Bhajan- Tarje Dubad Je
तारजे दुबाडजे, जीवाळजे के मारजे,
सघळुं तने सोंपी दीधुं आदेश्वर भगवान रे
तारजे के मारजे, तरछोडजे स्वीकारजो,
सघळुं तने सोंपी दीधुं आदेश्वर भगवान रे
सेवा तारी आपजे के दूर तुजथी राखजे,
स्मरण तारुं आपजे के माया मां लपटावजे,
सघळुं तने सोंपी दीधुं आदेश्वर भगवान रे
सत्संग कोईने आपजे के दुःसंग मां तुं राखजे,
दर्शन तारा आपजे के रखडतो तुं राखजे,
सघळुं तने सोंपी दीधुं आदेश्वर भगवान रे
सघळुं तारुं राखजे पण वात मारी मानजे,
सदगुरु ना चरणोमां आ बाळने स्थान आपजे,
सघळुं तने सोंपी दीधुं आदेश्वर भगवान रे