समझ समझ म्हारी भोली काया भजन लिरिक्स Samajh Samajh Mhari Bholi Kaya समझ समझ म्हारी भोली काया भजन लिरिक्स (हिन्दी) समझ समझ म्हारी भोली काया, थोड़ा जीने के कारण, क्या जोड़े माया।। ऊंचा ऊंचा महल माल्या, नीचा रे दरवाजा, ऐ यहां मैं आर तो बसे है, नगरी का राजा, समझ समझ मारी भोली काया, थोड़ा […]