अमिया झरे निराधार धार पर संत रमे देसी भजन लिरिक्स Amiya Jhare Niradhar अमिया झरे निराधार धार पर संत रमे देसी भजन लिरिक्स (हिन्दी) अमिया झरे निराधार, धार पर संत रमे, किने केऊ मनड़ा री बात, संत कोई सांभले, अमिया झरें निराधार, धार पर संत रमे।। पकड़ चम्पा री डाल, सुहागन क्यूं खड़ी, कई थारो […]