जगत सेठानी लागि रे लिरिक्स jagat sethani laagi re जगत सेठानी लागि रे लिरिक्स (हिन्दी) चुनड़ी जयपुर से मंगवाई झुंझुनू वाली को उड़ाऊ, चुनड़ी दादी के मन भाई ओड चुनड दादी मुस्काई, सवर के सजके लगती सोहनी सोहनी मोती सेठानी, हीरे चमके मोती चांदी बैठी सिंगासन दादी, जगत सेठानी लागि रे रानी महारानी लागि रे […]