मैं उस गणपति को धाया जी जो निरालंब निराधार लिरिक्स Main Us Ganpati Ko Dhyaya Ji Jo Niralamb Niradhar मैं उस गणपति को धाया जी जो निरालंब निराधार लिरिक्स (हिन्दी) मैं उस गणपति को धाया जी, जो निरालंब निराधार।। जांके तात मात नही देखा, वांके रूप वरण नही रेखा, वे पूरण ब्रह्म अलेका जी, सब […]