मरघट आली खोल दिए री मेरे पित्र बँधे पड़े सं लिरिक्स Marghat Aali Khol Diye Ri Mere Pittar मरघट आली खोल दिए री मेरे पित्र बँधे पड़े सं लिरिक्स (हिन्दी) मरघट आली खोल दिए री, मेरे पित्र बँधे पड़े सं।। थान बणाया जोत जगाई, पित्र दिए दिखाई ना, घोड़े आले बिना कालका, मेरी होवः मनचहाई […]