भजले रे बन्दे नाम हरि का क्यो करता है नादानी लिरिक्स Bhajle Re Bande Naam Hari Ka भजले रे बन्दे नाम हरि का क्यो करता है नादानी लिरिक्स (हिन्दी) भजले रे बन्दे नाम हरि का, क्यो करता है नादानी, सुनले रे ओ अभिमानी।। तर्ज बस्ती बस्ती पर्वत पर्वत। हरि नाम बिन सूना जीवन, ज्यो दीपक […]