जटा में गंगा डमरू बजाता लिरिक्स jta me ganga damru bajata जटा में गंगा डमरू बजाता लिरिक्स (हिन्दी) जटा में गंगा डमरू बजाता रेहता वो कैलाश में अंग में भस्म रमाये देखो बैठा वो श्मशान में गले में पेहने सर्पो की माला करता विष का पान है मेरा भोला कालो का काल महाकाल है बोलो […]