रे मन हरि सुमिरन कर लीजे भजन लिरिक्स Re Man Hari Sumiran Kar Lije रे मन हरि सुमिरन कर लीजे भजन लिरिक्स (हिन्दी) रे मन हरि सुमिरन कर लीजे, हरी को नाम प्रेम सो जपिये, हरी रस रसना पीजे, रे मन हरि सुमिरण कर लीजे।। हरी गुण गाइये सुनिए निरंतर, हरी चरणन चित्त दीजे, हरी […]