उठो उर्मिला लिरिक्स utho urmila उठो उर्मिला लिरिक्स (हिन्दी) उठो उर्मिला सूर्ये वंश का लखन तेरे अविनंदन में है अनुज धर्म की दवजा त्याग कर शीश निभाये वंदन में है उठो उर्मिला अंग पाश निद्रा से बीता त्याग उठो न वर्षो पेहले परहरे नींद में विरहा की चुनड ओह्ड सो गई सियम है सिंदूर में […]