साधु भाई निर्गुण खेल हमारा भजन लिरिक्स Sadhu Bhai Nirgun Khel Hamara साधु भाई निर्गुण खेल हमारा भजन लिरिक्स (हिन्दी) साधु भाई निर्गुण खेल हमारा, छंद क्या पूछो गम अगम की, रहत वचन के पार, जिभ्या पर आवे नहीं, बेरंग एक अपार। बेरंग एक अपार, जिन का सकल पसारा, गुरु चश्मा लगा कर देखिये, जहाँ […]