लख चौरासी छोड़ बनडो आयो रे देसी भजन लिरिक्स Lakh Chorasi Ne Chod Bando Aayo Re लख चौरासी छोड़ बनडो आयो रे देसी भजन लिरिक्स (हिन्दी) लख चौरासी छोड़, बनडो आयो रे।। हरि रंग दीनो बनडो परणे, सतगुरु जी के आके शरणे, बांधे मुक्ति मोड़, बनडो उमायो रे, लख चौरासी छोड, बनडो आयो रे।। सत्संग […]