नाथ मैं थारो जी थारो लिरिक्स nath me tharo ji tharo नाथ मैं थारो जी थारो लिरिक्स (हिन्दी) नाथ मैं थारो जी थारो। चोखो, बुरो, कुटिल अरु कामी, जो कुछ हूँ सो थारो॥ बिगड्यो हूँ तो थाँरो बिगड्यो, थे ही मनै सुधारो। सुधर्यो तो प्रभु सुधर्यो थाँरो, थाँ सूँ कदे न न्यारो॥ बुरो, बुरो, मैं […]