मस्त महीना सावन का लिरिक्स mast mahina sawan ka मस्त महीना सावन का लिरिक्स (हिन्दी) गोरा रिम झिम पड़े फुहार जे मस्त महीना सावन का, रे जल्दी रगड़े क्यों न भांग के लेगी मूड बनावन का, रे भोले ये जोड़े दो हाथ भांग तेरी घोटी जावे ना, करुँगी सखियाँ गले सैर बीच में टांग अडावे […]