बाईसा अपने भक्तो के द्वार चली है लिरिक्स Baisa Apne Bhakto Ke Dwar Chali Hai बाईसा अपने भक्तो के द्वार चली है लिरिक्स (हिन्दी) तर्ज: पालकी में होके सवार। कोई रोक सके, न बाईसा को, वो जा रही ज्यो चले पवन, बाईसा अपने भक्तो के, द्वार चली है, भक्तो का करने, उद्धार चली है।। इस […]