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उसकी महिमा बड़ी विशाल कैसा रचाया माया जाल लिरिक्स
Uski Mahima Badi Vishal Kaisa Rachaya Maya Jal
उसकी महिमा बड़ी विशाल कैसा रचाया माया जाल लिरिक्स (हिन्दी)
तर्ज: तौबा ये मतवाली।
उसकी महिमा बड़ी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल,
अपनी शक्ति से है दिखाता,
कैसे करे कमाल,
वो दाता सबका रखे है खयाल,
उसकी महिमा बडी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल।।
उसी ने बनाये है,
चंदा सितारे,
कभी कम या ज्यादा,
चमकते नज़ारे,
सबसे बड़ा उसने सूरज निकाला,
सबसे बड़ा उसने सूरज निकाला,
मिटाता अँधेरा दिखाता उजाला,
वो दाता सभी को करे है खुशहाल,
उसकी महिमा बडी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल।।
कभी मेघ बनकर,
बरसता है पानी,
चली आए धीरे से,
ऋतुओं की रानी,
कभी आग बनकर है गर्मी सताती,
कभी आग बनकर है गर्मी सताती,
वो देखो छुपी बैठी सर्दी कहाँ थी,
वो दाता करेगा सभी को निहाल,
उसकी महिमा बडी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल।।
ख़ुशी से कहीं देखो,
बारात जाती,
कहीं मृत्यु आकर के,
मातम मनाती,
कहीं लाभ हानि से चलती कहानी,
कहीं लाभ हानि से चलती कहानी,
नहीं जान पाया कोई सुर ना ज्ञानी,
के दाता समझ ना सका तू है क्या,
उसकी महिमा बडी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल।।
उसकी महिमा बड़ी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल,
अपनी शक्ति से है दिखाता,
कैसे करे कमाल,
वो दाता सबका रखे है खयाल,
उसकी महिमा बडी विशाल,
कैसा रचाया माया जाल।।
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